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प्रेम (कविता )

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प्रेम


कितना प्यारा हैं

यह शब्द

प्रेम

जिसमे समाया हुआ हैं

सुन्दर अनुभूतियाँ ,

श्रद्धा ,विश्वास, आशा और

चमत्कार l

प्रेम

जो जोड़ता हैं दिलो को

जहाँ नहीं होता कोई शर्त

क्या आप जानते हैं

प्रेम

एक दवा भी हैं

जो संचारित होकर

मुर्दे में भी

जान फूंक देता हैं

हाँ,प्रेम एक

शक्ति का भी नाम हैं

जो कर सकता हैं दमन

राग द्वेष और ईर्ष्या का

प्रेम

वह अमृत सामान हैं

जिसे पान करते ही इंसान

अमरत्व सा प्रतीत करने लगता हैं

जो निश्छल प्रेम में होता हैं

हाँ प्रेम
केवल प्रेम ….. जिसमे होता हैं
शान्ति ,खुशिया और जीत l

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